दिल से दिल का रिश्ता इतना गहरा ना होता तो ?
हम बरसों से आपके ना होते जनाब?
meRe alfaz ?
Anjali?
khubsurat ?
लोग खूबसूरत चीज को देखकर मुरीद हो जाते हैं
और तू तो वाकई खूबसूरत है♥️
pEopLe ArE mUreeD oF sEeinG ThE beAutIfUl
ThiNg aNd ThoU aRt trUlY beAuTifUl♥️
mErE AlfaZ ?
AnjaLi?
AdaT HaI?
? दूर रहकर भी करीब रहने की आदत है ♥️
?अश्क बनकर आंखों से बहने की आदत है ?
? करीब ना होते हुए भी करीब पाओगे हमें ?
♥️एहसास बनकर साथ रहने की आदत?❤️??
meRe AlFaz ?
ANjali?
❤️❤️”इश्क़”❤️❤️
इश्क़ वो किताब है जो जीने के सही मायने सिखा देती है…
इश्क़ वो मरहम है जो गम की वजह को ही मिटा देती है…
इश्क़ वो मुस्कान है जो हर जगह खुशहाली फैला देती है…
इश्क़ वो तडप है जो बेचैनी मे राहत का एहसास देती है…
इश्क़ वो ताकत है जो होसलों को एक नयी उड़ान देती है…
इश्क़ वो डगर है जो बिछुडे आशिको को साथ ला देती है…
इश्क़ वो मदिरा है जो अलग दुनिया से वाकिफ करा देती है…
इश्क़ वो क्षितिज है जो धरती आसमा को भी मिला देती है…
इश्क़ वो दीवानगी है जो प्यार मे पागल सा बना देती है…
इश्क़ वो संजीवनी है जो बेजान में भी जान डाल देती है…
इश्क़ वो शहद है जो मोहब्ब्त का मीठापन भर देती है…
इश्क़ वो खुशबू है जो आशिकी मे मदमस्त कर देती है…
कोई दीवाना समझता है …
कोई दीवाना समझता है
कोई पागल समझता है
धरती की तपिस को
बादल समझता है
सावन की हर बूंदो को
दीवाना समझता है
कोई दीवाना समझता है
कोई पागल समझता है
तेरी आँखों की नमीं को
यह दिल समझता है
तेजी मौजूदगी को
मेरा दिल समझता है
बहुत मशरूफ हो तुम भी
बहुत मजबूत है हम भी
कटते नही दिन
जिसमें तू ना हो
चांद की चांदनी जैसे
कोई तीर चलाए
इस बैचनी!तेरा या मेरा दिल समझता है
कोई दीवाना समझता है
कोई पागल समझता है
N.D GILHOTRA
zAroRi ?
zarori hai kya tujhse roj bat krna …..
ham to tere ek didar se hi mukammal…
ho gye hai ♥️
meRe AlFaz ?
ANjali?
Sayari ️
…… मैं लिखती अपने बारे में हूं ?
लोग उसे शायरी समझ बैठते hai?
मेरे अल्फाज?
Anjali?
Tanha raha
itni badi duniya h
masla ye h ab mujhe jana kaha,
yaha har koi matlab se jita h
ek mere dill h jo mere liye tanha raha.
❤️❤️दिल आज कल❤️❤️
दिल आज कल किसी पर मरने लगा है
आशिकी के अल्फ़ाज़ अब कहने लगा है
बेपरवाह सी गुस्ताखियां क्यू करने लगा है
शायद किसी को बेइंतहा ये चाहने लगा है….
उल्फत से किसी की दिल धडकने लगा है
सबकुछ अ़फसून सा अब लगने लगा है
प्यार की गहराइयों में क्यू खोने लगा है
शायद किसी को बेइंतहा ये चाहने लगा है….
खोने से किसी को दिल फिर डरने लगा है
इश्क़ का फितूर अब इस पर छाने लगा है
रूबरू होने की चाह क्यू रखने लगा है
शायद किसी को बेइंतहा ये चाहने लगा है….
परवाह किसी की बेहद दिल करने लगा है
इश्क़ की ही राह पर अब चलने लगा है
दायरा मोहब्बत का क्यू बढ़ने लगा है
शायद किसी को बेइंतहा ये चाहने लगा है…
abi tera mera milna baki h
Har na mano,Abhi to jeet baki h
Jeet k piche chupi hui,Kch reet baki h
Reet se bani hum dono ki preet
Or us preet ko smjhne k liye abhi hum dono ka milna baki h
Har na Mano pritam abhi humara milna baki h