शुभम करोति कल्याणम,
आरोग्यम धन सम्पदा,
शत्रु-बुद्धि विनाशया :,
दीप:ज्योति नमोस्तुते !
आपको एवं आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामना!
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शुभम करोति कल्याणम,
आरोग्यम धन सम्पदा,
शत्रु-बुद्धि विनाशया :,
दीप:ज्योति नमोस्तुते !
आपको एवं आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामना!
मां की ममता पिता का प्यार
दियो से जगमगाए सारा संसार
आप को मुबारक हो दीपावली का त्यौंहार
wish you happy diwali
शुरू हो आप की जिंदगी में
खुशियों का काफिला ,
भरपूर हो आनंद ,
न रुके कभी यह सिलसिला ,
दीप जल उठें प्रेम के,
मिट जाये गम का अँधेरा ,
पावन खुशबू संग लाये कल का
सवेरा ,
वजह न हो आपकी जिंदगी
में उदासी की
लीन रहो आनंद में, सदा रहे
खुशियों का बसेरा…!!!
?????
एक घर मे पांच दिए जल रहे थे।
एक दिन पहले एक दिए ने कहा –
इतना जलकर भी मेरी रोशनी की लोगो को कोई कदर नही है…
तो बेहतर यही होगा कि मैं बुझ जाऊं।
वह दिया खुद को व्यर्थ समझ कर बुझ गया ।
जानते है वह दिया कौन था ?
वह दिया था उत्साह का प्रतीक ।
यह देख दूसरा दिया जो शांति का प्रतीक था, कहने लगा –
मुझे भी बुझ जाना चाहिए।
निरंतर शांति की रोशनी देने के बावजूद भी लोग हिंसा कर रहे है।
और शांति का दिया बुझ गया ।
उत्साह और शांति के दिये के बुझने के बाद, जो तीसरा दिया हिम्मत का था, वह भी अपनी हिम्मत खो बैठा और बुझ गया।
उत्साह, शांति और अब हिम्मत के न रहने पर चौथे दिए ने बुझना ही उचित समझा।
चौथा दिया समृद्धि का प्रतीक था।
सभी दिए बुझने के बाद केवल पांचवां दिया अकेला ही जल रहा था।
हालांकि पांचवां दिया सबसे छोटा था मगर फिर भी वह निरंतर जल रहा था।
तब उस घर मे एक लड़के ने प्रवेश किया।
उसने देखा कि उस घर मे सिर्फ एक ही दिया जल रहा है।
वह खुशी से झूम उठा।
चार दिए बुझने की वजह से वह दुखी नही हुआ बल्कि खुश हुआ।
यह सोचकर कि कम से कम एक दिया तो जल रहा है।
उसने तुरंत पांचवां दिया उठाया और बाकी के चार दिए फिर से जला दिए ।
जानते है वह पांचवां अनोखा दिया कौन सा था ?
वह था उम्मीद का दिया…
इसलिए अपने घर में अपने मन में हमेशा उम्मीद का दिया जलाए रखिये ।
चाहे सब दिए बुझ जाए लेकिन उम्मीद का दिया नही बुझना चाहिए ।
ये एक ही दिया काफी है बाकी सब दियों को जलाने के लिए ….
???✨?
दीपावली की शुभकामनाएं*
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दिल में रखी नफरत भी
झाड़ देना दोस्तो❤
ये भी एक तरह से
दीवाली की सफाई है।।
बेहद अदब ए तमीज़ से पेश आना इन बुझे दियों से
रात रोशन की थी इन्होंने, कल रात भर जलकर
इस मन को जरा खाली बनायें ।
फिर चाहे रोज दिवाली मनायें ।
अंधेरे से लड़ने की जरूरत नहीं ।
सिर्फ एक छोटा सा दिया जलायें।
“दीपावली”
दीप जले तो रोशन आपका जहान हो,
पूरा आपका हर एक अरमान हो,
माँ लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहे आप पर..
आपके परिवार को सुख,शांति, समृद्धि और निरोगी काया प्राप्त हो।
दीपावली की शुभकामनाएं….!!!
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“मां बाप” साथ है तो रोज धनतेरस.!
“संगिनी” साथ है तो रोज रूपचौदस.!!
और
“बच्चे” साथ हैं तो रोज दिवाली.!!
परिवार साथ मे है, तो रोज अन्नकूट!!
भाई बहन में प्यार हो तो रोज भाई दूज!!
दीपावली की शुभकामनाएं
दिल में रखी नफ़रत भी झाड़ देना दोस्तों,
ये भी एक तरह से दीपावली की सफ़ाई है।
।।दीपावली की शुभ कामनाएं।।