Posted on July 23, 2021July 24, 2021 by poetiqअब इससे बढ़कर…. गु… अब इससे बढ़कर…. गुनाह-ए-आशिकी क्या होगी जब रिहाई का वक्त आया तो, पिंजरे से मुहब्बत हो चुकी थी।