ज़िंदगी बड़ी होनी चाहिए
लम्बी नहीं बाबू मोशाय
जब तक ज़िदा हूॅं, मरा नहीं,
जब मर गय़ा तो साला मैं ही नहीं,
The #1 Social Media Site for Poetry and Quotes
ज़िंदगी बड़ी होनी चाहिए
लम्बी नहीं बाबू मोशाय
जब तक ज़िदा हूॅं, मरा नहीं,
जब मर गय़ा तो साला मैं ही नहीं,