गुरुर हुस्न का नहीं साफ नीयत का है!!
वरना हुस्न की गलियों में ढलती शामें तुमने भी देखीं हैं और हमने भी देखी हैं
The #1 Social Media Site for Poetry and Quotes
गुरुर हुस्न का नहीं साफ नीयत का है!!
वरना हुस्न की गलियों में ढलती शामें तुमने भी देखीं हैं और हमने भी देखी हैं