क्या जवाब दूँगा अपनी आँखों को मैं
क्यो उन्हें रुला कर चली गई तुम
क्या जवाब दूँगा अपने दिल को मैं
क्यो उसे तोडकर चली गई तुम
क्या जवाब दूँगा अपनी ख़्वाईशो को मैं
क्यो उनका क़त्ल करके चली गई तुम
क्या जवाब दूँगा अपने अरमानों को मैं
क्यो उन्हें ख़फ़ा करके चली गई तुम
क्या जवाब दूँगा अपनी साँसों को मैं
क्यो उन्हें कुचल के चली गई तुम
क्या जवाब दूँगा अपने आप को मैं
क्यो मुझे छोड़कर चली गई तुम
-मधुकर बिलगे(बिलगेसाहब)